khuda shayari in hindi and english
- खुदा शायरी, दोस्तों इस पेज पर हम आपके लिए खुदा पर शायरी पेश कर रहे हैं, यहाँ मशहूर शायरों के खुदा के बारे में शेर दिए गए हैं, इन्टरनेट पर यह खुदा शायरी का एक सबसे बड़ा संग्रह है, खुदा के बारे में मशहूर शायरों ने क्या क्या कहा है, खुदा पर सारे शेर एक पेज पर पढ़कर आपको काफी अच्छा लगेगा.
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- ख़ुदा meaning in hindi
- Khuda ka Matlab Kya hai?
khuda par shayari in hindi
भुलाकर इस ज़माने को फक़त तेरी इबादत में दिल लगाया था ए ख़ुदा और क़ब्र के ये फ़रिश्ते मुझसे पूछते हैं बता तेरा रब कौन है
ऐ ख़ुदा ! कभी तु भी बन कर आ इंसान |
जी कभी इंसानों के बीच |
और देख , कि कितने हैं ग़ुलाम ,
और कितने हैं तेरे नाम से बदनाम |
वो #बेवफ़ा है तो क्या# मत कहो बुरा# उसको,
के जो हुआ सो हुआ# हमेशा खुश रखे ख़ुदा उसको...।।।
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ऐ ख़ुदा ,
एक पल में दे तु मुझे सिर्फ़ एक ही सजा ,
तु तो जाने हैं कि मैं कबसे परेशान हूं ,
दिल तो हैं लेकिन हर दर्द में
सिर्फ़ उसका ही नाम हैं
- Sahani baleshwar
ख़ुदा भी ज़रा बेरहम हो चला है
इश्क़-ओ-ज़माने की तरह
न पूरी तरह ठुकराता है
न पूरी तरह अपनाता है
ना खुदा हूं, ना हवा हूं, ना ही हूं शजर,
सांसे रोक लूं, मुझ में इतनी कहां हुनर !!
khuda se mohabbat shayari
अभी मिलन की आस...
जग ही रही थी...
कि खुदा ने तकदीर में...
जुदाई लिख दी...
अब मोहब्बत पर यक़ीन...
लौटने ही वाला था...
कि मेहबूबा ने फिर से...
बेवफाई कर दी...
ख़ुदा माना था जिसे मैंने,
आखिर उसने खुद को पत्थर साबित कर हि दिया..!!!
ए खुदा ऐसे बेमेल रिश्ते
भी न बनाया कर
जमीं के पत्थरों को
सितारों से न मिलाया कर
बादलों के बीच है घर तुम्हारा
खुदा से रोज़ मिलते हो क्या तुम ?
उसको मालुम नहीं है के वो क्या बनेगा
वो जो शख्स सोचता है कि ख़ुदा बनेगा
वो,मैं, तुम,सब यार फ़कत मिट्टी ही तो हैं
पहले राख बनेगी ,बाद उसके धुँआ बनेगा
ख़ुदा भी गुमान मैं है अब तो,
दरगाह पर ना जाने कितने धागे बांधे है मैंने..!!!
आज कितनी दिलकश धूप है, जानाँ
आज फ़िर तुम्हारी याद का कोहरा बनेगा
जाती हो तो मुझे कुछ आँसू देती जाओ
बाद तुम्हारे ये शहर तो सहरा बनेगा
मेरे जिस्म का अंग अंग जिस रब का दिया हुआ है
उस जिस्म पर हुक्म और मर्ज़ी भी उसी परवरदिगार की चलेगी...
khuda love shayari
ज़माने की परवाह वो किया करते हैं
जो खुद से भी डरा करते हैं |
वो नहीं ,
जो अपनी आँखों में तुझे
और अपने दिल में खुदा को लिए फिरते हैं |
करती हूं उस खुदा से
बस एक यही दुआ !!
मेरे हिस्से की भी खुशियां मिले
तुझको ही सदा !!
बस इसी ज़िद ने उसे तन्हा कर रखा है
उसकी ज़िद थी की सबसे जुदा बनेगा
एक सवाल ख़ुदा से
कल मुझे मिला ख़ुदा
तो मैंने उससे पूछा ये
मुझे तो बस तू ये बता
है दर्द क्या बिछड़ने का
किसी से भी, किसी से भी, किसी से भी
कि जाने क्या हुआ उसे
वो चुप रहा, वो चुप रहा, वो चुप रहा
खुले जो उसके लब वो फिर
तो नाम था बस एक ही
आदमी ...आदमी ...आदमी ...
shayari on khuda se dua
देखना तुझसे जलने लगेंगे ये सितारे
तू जब भी बनेगा , सबकी दुआ बनेगा ।।
तेरी खामोशी से बड़ा सितम और क्या होगा,,,
इससे ज्यादा खुदा बेरहम और क्या होगा !!!
आज भी लगता है तू वापस आ जायेगी किसी दिन,,,
बता ना इससे बड़ा बहम और क्या होगा !!!
shayari on khuda ki ibadat
इबादत तो खुदा का वो रूप जो दिल से की जाए
तो न खोने का डर न पाने की चाहत क्यों मांगू
मैं तुझे तुझसे मेरी इबादात तो खुदा का
वो दर है जहाँ फरिश्ते तो क्या खुदा
भी सर झुकाता है मुक्कमल
चाह के आगे ।।।
khuda shayari on facebook
ये खुदा की काबिलियत और रहमत है मेरे दोस्त...
हमे मिट्टी से बनाता है, इस धरती पर लाने के लिए..
फिर मिट्टी मे मिलाता है, परमात्मा से मिलाने के लिए...
इश्क़ का मतलब हमनें सिर्फ़ इतना ही जाना है,
एक को चाहा है और उसी को ख़ुदा माना है।।
khuda ki tareef shayari in urdu
या रब अब रहम कर कोई फरिश्ता तू भेज दे
जो मर चुकी इंसानियत को फिर दिल में जगा दे
मार रहे हैं बच्चो-इंसानो को जानवरों की तरह से
कत्ल कर दे वो हैवान का या जहन्नुम में भगा दे
हैं संस्थाएं जो बवाल करती है जानवरों के मरने पे
कोई भेज ऐसा जो जाके लाशों पे कफ़न ही लगा दे
धरती नही फटती और न ही अब आकाश है गिरता
कर करामात ऐसी कि ज़िन्दगी जुल्मी को भी दगा दे
उतर भी आ ज़मीं पर अब तलक खामोश क्यों बैठा
अब क्या ज़ुल्म बाकी रहा जो तेरे दिल को भिगा दे
ए रब मेरे गर तू भी है डरता ज़ालिमों के आतंक से
तो अपनी खुदाई को दफ्न कर उसपर कांटे उगा दे
khuda aur mohabbat shayari
मुहब्बत की इससे बड़ी मिसाल क्या होगी ?
कि मेरा ख़ुदा मेरे लिये दुआ माँगता है.......
बहुत रुलाते हो ना,...
तुम मुझे अपनी याद में...
गलती मेरी ही थी...
कि मांँगा था तुझे...
खुदा से अपनी फरियाद में...
khuda shayari in hindi font
धूप में भी है वो,और छांव में भी
पर उसका साया क्यूं मुझे दिखता नहीं है
चार दिनों की चांदनी में
दो दिनों के लिए तो उसे मांगा था ख़ुदा
पर ईद पे भी मेरा चांद क्यूं मुझे मिलता नहीं है..
ya khuda shayari
या ख़ुदा,
इतनी सारी तेरी नवाज़िशें ,
किन किन का शुक्रिया अदा करूँ..।
तेरी रहमत झमझम बरस रही,
मैं चुपचाप खड़ा बस भीग रहा..।
#इश्क़ पर ज़ोर नहीं , है ये वो #आतश #ग़ालिब...
कि #लगाए न लगे और#बुझाए न# बने.
khuda wali shayari
ज़िंदगी में तो वो महफिल से उठा देते थे...
देखूं अब मर गए पर कौन उठाता है मुझे...
खुदा गवाह है
उन बीते हुए लम्हो का
जब तुमने मुझे नही बल्कि
मेरी रूह को अपना बना तक़दीर
का रास्ता मोड़ कर दिखाया था
उस वक़्त तुमने ज़िन्दगी ही नही
मेरी मंज़िल से भी मिलाया था ।।
यह खुदा भी मुझसे...
बेवफाई है करता...
जो मांगता हूंँ मैं...
अक्सर वोही नहीं मिलता...
खुदा कुछ ऐसी...
खुदाई कर दे...
उनके सिवा कुछ और...
दिखाई न दे...
उनके #देखे से जो आ जाती है #मुंह पर #रौनक,
वो समझते हैं कि #बीमार का #हाल अच्छा है...
khuda shayari 2 lines
रोने से और इश्क में बे-बाक हो गए...
धोए गए हम इतने कि बस पाक हो गए
शहादत थी मिरी किस्मत में,
जो दी थी यह खू मुझकोजहां तलवार को देखा,
झुका देता था गर्दन को.
इश्क की इबादत हो या खुदा से शिकायत,
नफरत हो या दुश्मनों से मोहब्बत,
गालिब के हर शेर और शायरी में कुछ अपना सा दर्द छलक जाता है.
हम को मालूम है जन्नत की हकीकत लेकिन...
दिल के बहलाने को गालिब ये खयाल अच्छा है...
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हजारों ख्वाहिशेंऐसी कि हर ख्वाहिशें पे दम निकले..
बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले...
एक बार का वाकया है कि गालिब उधार में ली शराब का कर्ज नहीं उतार सके.
दुकानदारों ने उनपर मुकदमा कर दिया,
अदालत में सुनवाई हुई और सुनवाई के दौरान ही
गालिब ने सबके सामने ये शेर पढ़ दिया...
कर्ज की पीते थे मय लेकिन समझते थे कि हां...
रंग लाएगी हमारी फाकामस्ती एक दिन
ये शेर सुनते ही अदालत ने उनका कर्जा माफ कर दिया.
#काबा किस #मुंह से जाओगे #गालिब...
शर्म #तुम को #मगर नहीं आती!
Latest collection of shayari on Khuda.
Shayari On Khuda, Siyahi Khushk Ho Gayi…
Siyahi khushk ho gayi teri hamd likhte likhte
Aye ‘REHMAAN’ tera martaba hi kuch aisa hai
सियाही खुश्क हो गयी तेरी हम्द लिखते लिखते
ऐ ‘रहमान’ तेरा मर्तबा ही कुछ ऐसा है
रेख्तें के #तुम्हीं उस्ताद नहीं हो# गालिब...
कहते हैं #अगले #जमाने में कोई #मीर भी था...
Wo Khaliq Hamara
Jo toofan me tujhko basera de
Jo raat ke baad sawera de
Garmi me thandi dil sozi de
Sardi me jism ko tere garm-joshi de
Bhook se pehle bande ko rozi de
Bujhte hue chiragh ko phir afrozi de
Wo Khaliq hamara, sabse pyara
Jis ke ma’tahat hai, ye jag sara…
जो तूफान मे तुझको बसेरा दे
जो रात के बाद सवेरा दे
गर्मी मे ठंडी दिल सोज़ी दे
सर्दी मे जिस्म को तेरे गर्म-जोशी दे
भूक से पहले बंदे को रोज़ी दे
बुझते हुए चिराग़ को फिर अफ़रोज़ी दे
वो खालिक़ हमारा, सबसे प्यारा
#दिल-ए-नादां तुझे# हुआ क्या है #आखिर इस #दर्द की #दवा क्या है...
Shayari On Khuda Se Dua, Bande Tu Hi Nahi
Uska ghar nahi hai, duniya ki kisi shay se khali
Bande tu hi nahi jaata, uske dar pe ban ke sawali
उसका घर नहीं है दुनिया की किसी शय से ख़ाली…
बन्दे तू ही नहीं जाता उसके दर पे बनके सवाली…
Jab Tera RAB
Kabr me andhera hoga ya noor hoga
Wahi hoga jo duniya me tera dastoor hoga
Aaj ka kiya kal bhula diya jayega
Par kiraman katibeen key hatoon likh diya jaega
Aaj ki ibadat kal rang laegi
Andheri kabr me sawalo k hal laegi
Tera sabr ka tujhko kya khoob ajr mil jaega
Jab tera RAB tera mezbaan ban jaega.
कब्र मे अंधेरा होगा या नूर होगा
वही होगा जो दुनिया मे तेरा दस्तूर होगा
आज का किया कल भुला दिया जाएगा
पर किरामन कातीबीन के हाथों लिख दिया जाएगा
आज की इबादत कल रंग लाएगी
अंधेरी कब्र मे सवालो क हल लाएगी
तेरा सब्र का तुझको क्या खूब अज्र मिल जाएगा
जब तेरा रब तेरा मेज़बान बन जाएगा.
khuda se dua shayari
अपनी गली में मुझ को न कर दफ़्न बाद-ए-कत्ल...
मेरे पते से खल्क को क्यूं तेरा घर मिले...
shayari on khuda ki rehmat
Shayari On Khuda Ki Rehmat, Maaf Kardega
Aye khuda kya khoob hai teri khudai
Zameen pe maine jo apne gunah ki chadar hai bichai
Tu REHMAAN hai, RAHEEM hai be-misaal hai mere RAB
Tu sare hi maaf kardega jo meri aankh duaon me bhar aayi.
ऐ खुदा क्या खूब है तेरी खुदाई
ज़मीन पे मैने जो अपने गुनाह की चादर है बिछाई
तू रहमान है, रहीम है, बे-मिसाल है मेरे रब
तू सारे ही माफ़ कर देगा जो मेरी आँख दुआओं मे भर आई.
khuda shayari by ghalib
गालिब की सात संतानें हुईं, पर कोई भी जीवित नहीं रह सकी.
उनकी शायरी में गम का ये कतरा भी घुलता रहा.
khuda shayari in english
SENSE ...VERY WEAKY
When we feel like dying
It really hastens up the beats
That regulate the fear instead of blood
It grabs the attention of all nerves
Leaving hands very loose
More gravitating towards the ground
Blinking is the least option left
Feeling like keeping quite
And breathing very lazy
Headache rotating all around
With nausetic sense
Freaking tongue sitting between the jaws
And body comforting in its myth
That it’s gonna die now
But it doesn’t know
Death doesn’t have time for all these
It just comes ....
khuda sad shayari
sabar itna de aye khuda khushi khushi
use kisi aur ka hote dekh saku
Raazi Raha karo Khuda ki Raza Me,
Tumse Bhi Bhot Majboor insaan he is Jahaan Me..!!!
Jab mohobat khuda se ho to sar sajde me jane lgta hai
Jb yetbar aapne rab pr ho to har muskil aasan lgti hai
Magna hai to aapne rab se mag inshaAllah teri har dua kbul hogi.....
Aye khuda shayari
Ai Khuda,
Tu karde mere dard ka hisaab ,
Warna ek gunaah mujhpar aur lagega ..
bhool jaunga zami-aasman ki duri
aaj raat ,
Chand par ka daag bhi lootega..
A khuda...
Mujhey bs itna kabil bna de
Jis k lie mai aaj tadap rhi....
Kl wo mere lie tadpe....
हमने यहाँ महान शायरों की khuda shayari 2 lines देवनागरी font में दी है, यह खुदा शायरी hindi (khuda shayari in hindi ) और उर्दू भाषा में हैं, khuda shayari in hindi को आप आसानी से कॉपी कर अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं, khuda par shayari का यह संकलन आपको केसा लगा, कमेंट्स में ज़रूर लिखे.
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